Importance of Nature

                      प्रकृति का महत्व
आज प्रकृति के अस्तित्व के बिना मानव जीवन की परिकल्पना भी नही की जा सकती है क्योंकि इसके बिना सम्पूर्ण प्राणी-जगत अधूरा है। प्रकृति ने जीव जगत को ऐसी अनमोल धरोहर दी है जिसकी वजह से सम्पूर्ण प्राणी चलायमान है। इसी प्रकृति से मनुष्यों को प्राणदायक ऑक्सीजन मिलती है और जब हम पेड़ पोधों की सुंदरता को देखते हैं तो महसूस होता है की प्रकृति से कितनी सुंदरता प्राप्त हुई है।
प्रकृति ने स्वयं अपना सामंजस्य बना रखा है ओर इसी वजह से हमारा मानव जीवन संभव है। इस प्रकृति में कही बंजर भूमि तो कही उपजाऊ मैदान, कही ऊँचे-ऊँचे पर्वत तो कही विशाल नदियों का मार्ग।
जिस प्रकार प्रकृति ने अपना तालमेल बैठा रखा है अपना भी फ़र्ज़ बनता है कि हम इसकी रक्षा करे और पर्यावरण संतुलन बनाये रखने में सहयोग करे।
वर्तमान के आधुनिकीकरण ने प्रकृति के अद्भुत सौंदर्य को बहुत नुकसान पहुँचाया है। पहले तो उद्योगों के विस्तार के लिए जंगलो का विनाश फिर उन्ही उद्योगों से निकलने वाली जहरीली गैसों ने अनमोल प्रकृति को छलनी कर दिया है और इसी की वजह से मनुष्य को अनेक प्राकृतिक आपदाओं का सामना भी करना पड़ रहा है।
अगर हमने इस प्रकृति को सहेज कर नही रखा तो एक दिन सम्पूर्ण प्राणी जगत का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।
आज मनुष्य तत्वज्ञान के अभाव में अपने जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति करने के बजाय अपना प्रभुत्व स्थापित करने की वजह से प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर रहा है और स्वयं के जीवन को खतरे में डाल रहा है। इन सब समस्याओं का  केवल तत्वज्ञान से ही  समाधान निकल सकता और वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज ही एक ऐसे संत हैं जो अपने आध्यात्मिक तत्वज्ञान से इसका हल बता सकते हैं। 
अधिक जानकारी के लिएअवश्य देखिए 
साधना टीवी शाम 7:30 बजे

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